आईसीए की अध्यक्षा डेम पॉलीन ग्रीन के साथ बातचीत करने का एक अनूठा अवसर बुधवार को नई दिल्ली में शीर्ष सहकारी संगठन एनसीयूआई द्वारा आयोजित एक समारोह में मिला। सहकारी क्षेत्रों के सहकार्यों ने समारोह को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में भाग लिया।
पॉलीन ग्रीन ने सहकारी दशक के लिए आईसीए ब्लू प्रिंट को लागू करने के लिए भारत में सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों का आह्वान किया यह सहकारी समितियों के एक अरब सदस्यों की आवाज है जिसे वैश्विक स्तर पर सुना जा रहा है।
ब्लू प्रिंट सहकारी समितियों की मजबूत पहचान विकसित करने पर जोर देती है ताकि वह 2020 तक सबसे तेजी से उभरते व्यापार मॉडल के रूप में स्थापित हो। उन्होंने दिल्ली में बुधवार को भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ द्वारा आयोजित एक स्वागत बैठक को सम्बोधित किया। बैठक में इफको, कृभको, नेफकब, एनसीडीसी आदि राष्ट्रीय स्तर के सहकारी संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
जी-20 प्रतिनिधिमंडल में सहकारी प्रतिनिधियों को सम्मिलित किया जाए इसके लिए संबंधित सरकारों के साथ लॉबी करने की जरूरत है क्योंकि दुनिया के आर्थिक मंच सहकारी समितियों की ताकत को पहचानते है। एक अरब लोग सहकारी समितियों से जुड़े हुए हैं और इतनी बड़ी जनसंख्या को सुना जाना चाहिए, उन्होंने कहा।
15 मिनट के शानदार शिक्षाप्रद कैप्सूल के जरिए युवाओं के बीच सहकारी शिक्षा को लोकप्रिय बनाना इंटरनेट के युग में संभव हो गया हैं, उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि सक्रिय सदस्यता नीति सहकारी समितियों की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
इस संबंध में उन्होंने भारतीय सहकार्यों को अच्छी प्रौद्योगिकी के साथ सक्रिय सदस्यता नीति के माध्यम से अपनी सहकारी समितियों को सक्रिय करने के लिए कहा। उन्होंने आईसीए सहकारी समितियों के मुद्दों के लिए लॉबी करने के लिए सांसदों की वैश्विक नेटवर्क बनाने की प्रक्रिया को भी रेखांकित किया। ‘राजनीतिक समर्थन जुटाना सहकारी क्षेत्र की सबसे कमजोर कड़ी है, उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा कि वह 2012 के सहकारिता के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के विचार और ऊर्जा को आगे ले जाने का विश्वास जताया। यह हमें एकता की एक अद्वितीय भावना देती है और हम इसे 2020 तक अर्थव्यवस्था का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ मॉडल बनाकर दुनिया को दिखाएंगे, उन्होंने कहा।
इस समारोह में शिवाजी राव पाटिल और जी एच अमीन जैसे वरिष्ठ व्यक्ति भी शामिल थे जिन्होंने भारतीय सहकर्मियों से भारत में सहकारी समितियों की चुनौतियों को साझा किया। इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. चंद्र पाल सिंह,अध्यक्ष, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ ने कहा कि सहकारी संस्था के निर्माण को मौलिक अधिकार प्रदान करने वाले संविधान का संशोधित अधिनियम देश में सहकारी क्षेत्र के भविष्य के विकास के लिए आंखे खोलने वाला है।
अंतर्राष्ट्रीय सहकारी एलायंस (आईसीए), दुनिया भर में सहकारी समितियों की सेवा के लिए 1895 में स्थापित एक स्वतंत्र, गैर सरकारी संगठन है।