मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक विशेष लोकायुक्त जज ने डेढ़ साल के लिए जेल के एक वरिष्ठ नौकरशाह की पत्नी और बैंक के प्रबंधक को एक फर्जी लेन-देन से जुड़े एक मामले में जेल भेज दिया है।
नौकरशाह की आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के बाद जब उसके घर छापा पड़ा तब धोखाधड़ी प्रकाश में आई।
धोखाधड़ी के पीछे की कहानी में नौकरशाह की पत्नी पर एम.पी.स्टेट कोऑपरेटिव बैंक से धोखे से 25 लाख रुपये का ऋण देने का आरोप है जबकि उसकी जमानत का बाजार मूल्य केवल 6 लाख रुपये था।
बैंक के प्रबंधक को जमानत के वास्तविक मूल्य के जांच में धांधली का दोषी पाया।