सहकारी बैंकों के माध्यम से काले धन को वैध करने का काम हाल में बड़े पैमाने पर चल रहा है। कई लोग और ऑनलाइन कोबरा पोस्ट सहित कई सूत्रों ने आरबीआई को बैंकों में संदिग्ध लेनदेन की रिपोर्ट दी है।
उपलब्ध कराई गई जानकारी भरोसेमंद और सटीक है और अब रिजर्व बैंक को सख्त और जल्द ही कार्यवाही करना चाहिए।
कई सहकारी बैंक वित्त मंत्रालय की वित्तीय खुफिया इकाई को बिना बताए बड़े पैमाने पर वित्तीय लेनदेन कर रहे हैं।
एक मामला है जिसमें एक सीटी बनाने वाले ने अवैध लेनदेन के दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध कराये है लेकिन आवश्यक कार्रवाई की जानी अभी बाकी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सहकारी बैंक बड़े पैमाने पर काले धन को वैध करने की गतिविधि कर रहे हैं। ये बैंक पैन की उचित सत्यापन के बिना खातें खोल रहे है और ग्राहकों के अन्य क्रेडेंशियल्स की जाँच नही कर रहे है बल्कि बीमा की खरीद से जुड़े संदिग्ध इंटर बैंक लेनदेन की अनुमति भी दे रहे है, उन्होंने दावा किया।