राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह का कहना है कि अखिलेश सरकार सहकारी बैंकों के साथ अपने खराब व्यवहार को लेकर दोषी है।
श्री सिंह का कहना है कि सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के प्रबंधन में सरकार की नाकामी को देखते हुए राज्य में कई सहकारी बैंकों के लाइसेंसो को नवीनीकृत करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने इनकार कर दिया है। श्री सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए चेतावनी दी है कि यह देश के सबसे बड़े राज्य में किसानों के हितों को प्रभावित कर सकता है।
इससे पहले उनके सांसद बेटे जयंत चौधरी ने संसद में अपने भाषण में वैद्यनाथन समिति की रिपोर्ट का उल्लेख किया था और कैसे लखनऊ में समिति की सिफारिशों के साथ खिलवाड़ किया जाता है उस पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी।
अजीत सिंह की पार्टी आरएलडी भी सहकारी बैंकों के प्रति सरकार की उदासीनता की निन्दा की और उन्हें जल्द से जल्द राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था में एक उपयोगी भूमिका निभाने के लिए सक्षम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए राज्य सरकार से आग्रह किया ।