वर्तमान समय में पशु चारा की कमी महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्यों में है। गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के अध्यक्ष विपुल चौधरी ने उदारता दिखाते हुए मई में महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए हजारों मीट्रिक टन चारा भेजा था।
हालांकि, श्री चौधरी इससे विवाद में फंस गए है। गुजरात में डेयरी यूनियनों ने पशु चारा महाराष्ट्र के लिए उपलब्ध कराने में जीसीएमएमएफ से अपनी अस्वीकृति व्यक्त की है क्योंकि गुजरात स्वयं ही पशुचारें की भारी कमी का सामना कर रहा है।
सूत्रों का कहना है कि जीसीएमएमएफ में प्रभावशाली लोगें का कहना है कि यदि महाराष्ट्र और केंद्रीय सरकार इस मामलें को गंभीरता से ले तो वे आसानी से इस समस्या का हल निकाल सकते है।
सूत्रों का कहना है कि जीसीएमएमएफ के सदस्यों को भी पशु चारा खरीदने की ज़रूरत पड़ रही है ऐसे में कैसे गुजरात डेयरी सहकारी प्रमुख महाराष्ट्र के लिए पशु फ़ीड की आपूर्ति कर सकता हैं।