केरल अपनी जीवंत सहकारी आंदोलन के लिए जाना जाता है लेकिन कदालुंदी कॉयर व्यवसाय कॉपरेटिव सोसायटी की अलग ही कहानी है। सोसायटी की कॉयर बिक्री घटी है और इस गंभीर संकट से सोसायटी के अध्यक्ष पी. ससीन्दरन चिंतित है।
कई लाख मूल्य के बिना बिके कॉयर यार्न के बंडल सोसायटी के गोदाम में पड़े हैं। यह सहकारी संकट इस तथ्य से जटिल है कि इसकी महिला कार्यकर्ताओं ने बड़ी तादाद में इसे छोड़ दिया है और अब बोर्ड की बैठकों में भाग भी नही ले रही हैं। वे सोसायटी के साथ अपने संबंधों को अलग कर रही हैं।
सदस्यों के बेकार रवैये के कारण ही केरल राज्य सहकारी विपणन महासंघ वर्तमान संकट से ग्रसित है। कई सदस्यों ने इसके लिए राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही नीति ‘इको-फेनेटिस्म’ को दोषी ठहराया है।
कई जिले में हजारों क्विंटल कॉयर यार्न सहकारी समितियों के गोदामों में सड़ रहे हैं लेकिन कॉयरफेड द्वारा उनके लिए कस्टम व्यवस्था करना अभी बाकी है।
सोसायटी की वित्तीय स्थिति इतनी बुरी है कि वह अगले कुछ दिनों में अपने कर्मचारियों को भुगतान करने में भी सक्षम नहीं होगा, सहकारी के एक पदाधिकारी ने कहा।