दक्षिण कन्नड़ सहकारी दुग्ध किसान संघ की डेयरी किसान कल्याण ट्रस्ट ने घोषणा की है कि ट्रस्ट पांच साल की अवधि के लिए पशु चिकित्सा विज्ञान में पाठ्यक्रम के अध्ययन के लिए किसानों के पांच बच्चों के लिए वित्त उपलब्ध कराएंगे।
ट्रस्ट के अध्यक्ष रवि राज हेगड़े प्रशिक्षित पशु चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए ऐसा कर रहे है। ट्रस्ट के अध्यक्ष ने मंगलौर में पत्रकारों से बात करते हुए ऐसा कहा।
श्री हेगड़े ने तथ्यों के आधार पर कहा कि युवकों में से ज्यादातर डेयरी क्षेत्र में काम करने को तैयार नहीं हैं और हमेशा सरकारी विभागों में अवसरों की तलाश कर रहे हैं। श्री हेगड़े ने कहा कि डेयरी क्षेत्र ही सरकार और ग्लैमर के लिए अन्य नौकरियों से प्रतिद्वंद्व कर सकता है।
एक अनुमान के मुताबिक कर्नाटक को तुरंत कम से कम 7 से 8 सौ पशु चिकित्सकों की जरूरत है।
ट्रस्ट ने कृषि और डेयरी विज्ञान का अध्ययन कर रहे छात्रों की मदद करने का संकल्प लिया है।