महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) ने घोषणा की है कि राज्य में सकारात्मक निवल मूल्य के साथ कार्यरत दो दर्जनों से अधिक चीनी सहकारी समितियों को चालू सीजन में कार्यशील पूंजी 3,200 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। बैंक के प्रबंध निदेशक प्रमोद कर्नाड के मुताबिक नकारात्मक निवल मूल्य के साथ कई चीनी इकाइयाँ वित्तीय सहायता से वंचित हो जाएंगी।
चीनी कारखानें प्रचुर मात्रा में होने के कारण महाराष्ट्र को देश का चीनी का कटोरा भी कहा जाता है। राज्य में लगभग 170 चीनी इकाइयां हैं जिनसे इस मौसम में 640 लाख मीट्रिक टन गन्ने की पेराई की संभावना है। एक अनुमान के अनुसार चीनी उत्पादन 73.5 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है।
कर्नाड ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक और नाबार्ड के अनुसार राज्य में नकारात्मक निवल मूल्य के साथ कई चीनी इकाइयों को वित्तीय सहायता ऩही दी जाएगी। नकारात्मक निवल मूल्य के साथ कुछ चीनी इकाइयाँ कार्यशील पूंजी के लिए जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों सहित अन्य स्रोतों से संपर्क कर रहे हैं, उन्होंने कहा।
उल्लेखनीय है कि एमएससीबी सबसे बुरे दिनों में अपने आवश्यक कार्यों को लेकर एक बार फिर से सक्रिय है। बैंक ने वर्ष 2013 में 315 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। यह बैंक पिछले कई वर्षों से गंभीर कुप्रबंधन और अनियमितताओं का शिकार है जिसके बाद यह शुद्ध लाभ एक उपलब्धि है।