एक बुजुर्ग और उनकी बेटी ने बांद्रा में पाली हिल पर उनके आवास सोसायटी की प्रबंध समिति पर फ्लैट मालिकों को गुमराह करने और अभिनेता आमिर खान को परिसर के 60 फीसदी भाग को बेचने के लिए दबाव डालने की शिकायत की है, जिसमें आरोप लगाया है कि श्री खान जाहिरा तौर पर खुद के लिए एक बंगला के निर्माण के लिए उस भूमि को हासिल करना चाहते हैं. सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार ने मामले पर चर्चा करने के लिए दोनों पक्षों को सम्मन भेजा है.
डॉ. पामेला डे सा(87) और उनकी बेटी डॉ. जेनेवे डे सा(50) द्वारा एक शिकायत का संज्ञान लेते हुए वर्गो सहकारी आवास सोसायटी के निवासियों और सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार एस.एन. पाटिल ने कहा कि इस तरह के एक प्रस्ताव को एक ‘पुनर्विकास प्रस्ताव’ नहीं कहा जा सकता.
“यदि 100 फीसदी सदस्यों की सहमति हासिल कर ली जाती है तो आमिर खान के प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है. पुनर्विकास के मामले में केवल 75 फीसदी सहमति पर्याप्त होगी, लेकिन भूखंडों के अधिकांश भाग को बेचने के प्रस्ताव पर सभी सदस्यों की सहमति होनी चाहिए” उन्होंने कहा. परिवार ने पिछले सप्ताह डिप्टी रजिस्ट्रार को शिकायत की थी कि सोसाइटी की प्रबंध समिति खान के प्रस्ताव पर जोर दे रही थी जो कथित तौर पर एक “झूठी पुनर्विकास योजना” थी.
उक्त सोसाइटी में 23 सदस्य हैं और भूतल के अलावा तीन मंजिलों वाली दो बिल्डिंग – मरीना अपार्टमेंट और बेला विस्टा हैं. प्रत्येक बिल्डिंग में 12 फ्लैट हैं. खान के मरीना में दो फ्लैट और बेला विस्टा में एक फ्लैट हैं. उन्होंने दिसंबर 2011 में प्लाट का एक हिस्सा प्राप्त करने में रुचि दिखाई थी.
सबलोक ने दावा किया कि खान ने दिसम्बर 2011 में अपना मूल प्रस्ताव भेजा था और बाद में प्रबंध समिति से अनुरोध के बाद उसे पुनर्जीवित किया गया था.
इस बीच खान के एक प्रवक्ता ने सोसाइटी पर दबाव डालने के संबंध में सभी आरोपों का खंडन किया है.