इम्फाल आईसीएम में वित्तीय हेराफेरी और अनियमितता का एक मामला सामने है. श्री सोमरेन्द्रो सिंह और उनके मुनीम घोटाले में शामिल हैं. श्री सिंह इम्फाल आईसीएम के निदेशक है.
भारतीयसहकारिता.काम से बात करते हुए शिकायतकर्ता आईसीएम के अध्यक्ष श्री एल.टोमपीशक सिंह ने कहा “यह स्पष्ट रूप से एक हेराफेरी और वित्तीय कदाचार का मामला है.मेरी आखिरी दिल्ली यात्रा के दौरान मुझे विश्वसनीय रूप से मालूम हुआ कि सोमेन्द्र सिंह के खिलाफ कृषि मंत्रालय द्वारा अपराध सिद्ध किया जा चुका है.
सोमेन्द्र सिंह पर आउटसोर्सिंग द्वारा निचले स्तर के कर्मचारियों की नियुक्ति के संबंध में NCCT के दिशा निर्देशों के उल्लंघन का आरोप है. उनके ऊपर 18,000 रुपये प्रत्येक की लागत से 40 उपहार आइटम खरीदने का भी आरोप लगा है. कहा जाता है कि कैमरा सहित अन्य खरीद भी अपारदर्शी तरीके से किया गया है.
टोमपिशक ने आगे कहा कि सोमेन्द्र सिंह के ऊपर एकाउंटेंट सुश्री शुभ लक्ष्मी के साथ मिलीभगत में 6 लाख रुपए से अधिक तक की राशि की वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप लगा है.
इम्फाल आईसीएम के अध्यक्ष जिन्होंने कदाचार को देखा, ने NCCT और मंत्रालय को लिखा था. इस मामले में तीसरे पक्ष द्वारा जांच की गई, जिसने अच्छी तरह जांच की और निदेशक तथा उनके एकाउंटेंट को दोषी पाया.
“मैं चाह्ता हूं कि दोषी को कडी से कडी सजा मिले क्योंकि उसने प्रशिक्षण प्रयोजनों के पैसे की हेरा फेरी की है. भ्रष्ट के खिलाफ मेरी लड़ाई में मुझे समर्थन देने के लिए मैं भारतीयसहकारिता.काम से अनुरोध करता हूं” – भावुक टोम्पीशक ने इम्फाल से फोन पर इस संवाददाता को बताया.
अब गेंद NCCT के महानिदेशक डॉ. दिनेश के पाले में है जिन्हें आवश्यक कार्रवाई करनी है और संदेश देना है कि सहकारी संस्थानों में ऐसी चीजें नही चल रही हैं.