भारतीयसहकारिता.कॉम ने कुछ दिनों के पहले लिखा था कि इफको के निदेशकों के पुनः चुनाव में कुछ गड़बड़ियों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. बड़ी संख्या में नामांकन और बाद में गहन वार्ता इस दिशा को ही इंगित करेंते हैं.
12 निर्वाचन क्षेत्रों के बीच से 21 निर्देशकों के लिए 57 नामांकन भरे गए हैं जो सामान्य सहकारी चुनावों के विपरीत चुनाव परिदृश्य को दर्शा रहे हैं, जो प्रतिस्पर्धा की तुलना में आम सहमति पर आधारित हैं.
भारतीसहकारिता.कॉम को पता चला है कि निवर्तमान बोर्ड के निर्देशकों द्वारा नाम वापस लेने हेतु विरोधियों को मनाने के लिए तीव्र पैरवी शुरू की गयी है.
नामांकन की वापसी के लिए दो दिन बचे हैं. उसके बाद प्रतियोगियों की अंतिम सूची निकलेगी. उत्तर दिल्ली में मुख्यालय में इफको के नोटिस बोर्ड 57 उम्मीदवारों के नाम प्रदर्शित हैं.
फिर से चुने जाने की पक्की उम्मीद में कुछ उम्मीदवारों पैरवी से दूर हैं और आराम कर रहे हैं. किसी निर्वाचन क्षेत्र से एक ही नामांकन के मामले में “जीती हुई लड़ाई” की स्थिति है. ऐसे उम्मीदवारों में पंजाब से बलविन्दर सिंह नाकिया, कर्नाटक से के श्रीनिवास गौड़ा, उत्तर प्रदेश से शीश पाल सिंह, गुजरात से विट्ठलभाई एच रहाडिया और उत्तराखंड से प्रमोद कुमार सिंह हैं.
मुख्य प्रतियोगिता एक लाख रुपये से कम और एक लाख से ऊपर वाली सहकारी समितियों के आसपास घूमती है. बाद में. पहली श्रेणी में तीन सीटें हैं जबकि वाली में 8.