शहरी सहकारी बैंकों का शीर्ष निकाय NAFCUB के बोर्ड की बैठक नई दिल्ली में एनसीयूआई परिसर में पिछले शनिवार को हुई और साल के अंत में एक बड़ा सहकारी शो का आयोजन करने का निर्णय लिया गया.
अध्यक्ष श्री मुकुंद अभ्यंकर ने कहा कि सम्मेलन में बड़ी संख्या में लोगों के भाग लेने की उम्मीद है जहां अपनी उपलब्धियों के साथ ही क्षेत्र के समक्ष चुनौतियों की चर्चा की जाएगी.
पूर्व अध्यक्ष श्री एच.के. पाटिल, जो अभी कर्नाटक सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री हैं, ने भी बोर्ड की बैठक में भाग लिया. उन्होंने कहा कि बैठक में मुख्य रूप से सहकारी सम्मेलन के आयोजन की ही चर्चा हुई.
बाद में NAFCUB के मुख्य कार्यकारी सुभाष गुप्ता ने कहा कि राष्ट्र स्तर की बैठक को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है, जिसमें 1500 शहरी सहकारी बैंकों के प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीन है. उन्होंने आगे कहा कि बैठक के लिये सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम बुक करने की योजना जिसकी क्षमता 1800 लोगों के बैठने की है. एनसीयूआई ने यहां अंतर्राष्ट्रीय सहकारी कांग्रेस आयोजित किया था.
सम्मेलन का उद्देश्य किसी विशिष्ट व्यक्ति को मुख्य अतिथि बनाने का है जो शहरी सहकारी बैंकों के बडी समस्याओं को समझने और उन्हें हल करने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सकते हैं. इन लोगों नें अभी तक किसी का नाम तय नहीं किया है. नई सरकार का चुनाव और शपथ ग्रहण के बाद ही किसी के नाम पर निर्णय लिया जाएगा.
अन्य मुद्दों के अलावा आयकर में छूट और शहरी सहकारी बैंकों को लाइसेंस की मंजूरी के ममला में अपील लंबित हैं. Nafcub के अध्यक्ष श्री मुकुंद ने ” प्रेस मीट कार्यक्रम ” में कुछ प्राथमिकताओं की चर्चा की.
बड़ी सहकारी समितियों के सम्मेलन दो में साल एक बार हुआ करते थे लेकिन पिछला सम्मेलन वर्ष 2007 में हुआ था. अदालत में मामलों के मद्देनजर Nafcub के चुनाव में 7 साल की देरी हुई है.
बोर्ड की बैठक में एनसीयूआई के अध्यक्ष चन्द्र पाल सिंह को छोड़कर लगभग सभी निदेशकों ने भाग लिया.