चुनावों के बाद हॉल में प्रतिनिधियों के साथ शांतिपूर्वक बैठे इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. अमेरिका अवस्थी सहत और प्रसन्न दिखाई दे रहे थे. वहां चुनाव अधिकारी निदेशकों के चुनाव के परिणाम की घोषणा करने वाले थे.
इस संवाददाता के देखकर वह खुद को रोक नहीं पाये और बोले कि इसे चुनाव कहा जाता है. इफको ने वास्तव में एक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए व्यापक व्यवस्था की थी. इमारत के आसपास फैले सीसीटीवी कैमरे इस तथ्य को प्रमाणित कर रहे थे.
मतदाता वोट डालने की प्रक्रिया से लेकर गिनती तक सब कुछ की निगरानी करने में सक्षम थे – सब कुछ टीवी सेट पर दिखाई पड रहा था. लोगों बड़ी संख्या में एकत्र हुए थे और अपने अंदर उत्साह महसूस कर रहे थे.
सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश और वरिष्ठ वकील श्री … को निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया था जो सतर्क थे कि कुछ गलत न हो जाय. कार्यकारी प्रधान श्री अवस्थी परिणामों की घोषणा के इंतजार में उतने ही उत्सुक थे जितने कि अन्य साधारण प्रतिनिधि.
मतदाता सूची एक मोटी किताब के रूप में थी जिसमें फर्जी पहचान के उदाहरणों को नाकाम करने के उद्देश्य से सभी के नामों के सामने फोटो भी थे. डॉ. अवस्थी ने सभी चीजों की देखरेख के लिए निर्मल कुमार और डॉ. जी एन सक्सेना सहित उनकी टीम का खुले दिल से धन्यवाद किया. कहा जाता है कि उन्होंने स्वयं भी रुचि ली और सुनिश्चित किया कि सब कुछ नियम के मुताबिक सम्पन्न्न हो.
डॉ. सक्सेना ने चुनाव प्रभारी निर्मल कुमार की उपस्थिति में इस संवाददाता से कहा कि श्री इस दिन के लिए पिछले पांच महीनों से हर रोज कई घंटे तक काम करते रहे हैं.