भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष डॉ. चन्द्र पाल सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश की मोदी की लहर में झांसी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से हार चुनाव हार गए हैंं.
उत्तर प्रदेश में भाजपा को 80 में से 71 सीटों के मिलने से अन्य सभी पार्टियों का सफाया हो गया है.
श्री यादव को लगभग 3.86 लाख वोट मिले और वे चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे. उच्च प्रोफाइल भाजपा उम्मीदवार उमा भारती निर्वाचन क्षेत्रों के बदलने के आरोप के बाद भी चुनाव जीत गईं जबकि एनसीयूआई के अध्यक्ष ने झांसी निर्वाचन क्षेत्र को खून और पसीना से सींचा है.
लेकिन इस बार मोदी की सुनामी थी जिससे कुछ भी नहीं बचाया जा सका, श्री यादव के एक स्थानीय समर्थक का मलाल है. श्री यादव समाजवादी पार्टी के नेता हैं जिसमें मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार की ही सीटें बच सकी हैं.
चन्द्र पाल ने कडी मेहनत की है और उन्हें अच्छे वोट भी मिले. यदि मोदी लहर नहीं होती तो वह निर्वाचित हुए होते, उनके समर्थकों में से एक ने कहा. उन्होंने कहा कि उनके उम्मीदवारी की घोषणा बहुत पहले की गई थी और वह वास्तव में कठिन परिश्रम कर रहे थे.
नेफेड के अध्यक्ष बिजेन्दर सिंह और Biscomaun के अध्यक्ष सुनील सिंह सहित कई सहकारी नेताओं ने एनसीयूआई के अध्यक्ष को अपना समर्थन देने के लिए झांसी गए थे.