एनसीयूआई सभागार में वैकुंठभाई मेहता व्याख्यान “चौथे विश्व मत्स्य सहकारी दिवस” के दिन ही पडा. Fishcopfed के अध्यक्ष श्री प्रकाश लोनारे ने अवसर का इस्तेमाल मछुआरों की समस्याओं को सुलझाने में cooperators मदद की तलाश करने के लिए किया.
“हम गरीब मछुआरे का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह यहां आप सभी को देख कर मेरे मन को ताकत मिलती है. हमें इस नई सरकार से बहुत सारी उम्मीदें हैं और मैं सबके लिए पैरवी में अपने लिए समर्थन चाहूंगा”, श्री लोनारे ने कहा.
“देश भर में मत्स्य पालन से संबंधित एक नीति होनी चाहिए. हमने अब तक 42 लाख से अधिक मछुआरों को सुनिश्चित किया है और हर साल हम इस आंकड़े को बढ़ाने के लिए प्रयास करते हैं. वर्तमान बीमा राशि एक लाख है लेकिन हम इसे आगे बढ़ाना चाहते हैं”, उन्होंने भाषण में कहा.
लोनारे ने cooperators के एकजुट होने पर जोर दिया और नई सरकार के साथ बातचीत शुरू करनी चाहिए. कई मुद्दे हैं जिस पर हम सरकार की ओर से सहानुभूति चाहते हैं.
Fishcopfed प्रबंध निदेशक बीके मिश्रा इस अवसर पर उपस्थित थे.
इस अवसर पर, “विश्व मत्स्य की झलक” विषय पर एक पुस्तक जारी की गई. अध्यक्ष प्रकाश लोनारे, एमडी बीके मिश्रा और आईसीए महानिदेशक श्री चार्ल्स गोल्ड ने उसे जारी किया.