एनसीयूआई अध्यक्ष चन्द्र पाल सिंह किसी भी सहकारी संस्था में शीर्ष पद पर किसी भी दागी सहकारी नेता के खिलाफ जोरदार प्रयत्नशील हैं. वे नेफेड चुनाव के संदर्भ में बात कर रहे थे.
भारतीयसहकारिता.कॉम से एक वार्ता में एनसीयूआई के अध्यक्ष ने कहा कि सहकारिता एक कठिन दौर से गुजर रही है.वैचारिक मुद्दों पर सरकार से लड़ने एक बात है और अदालती मामलों में जो उलझा है उसको समर्थन देना अलग बात है.
पाठक जानते हैं कि नेफेड की अध्यक्षता करने के लिए दौड़ में विशाल सिंह के नाम की चर्चा हैं. विशाल को 32 करोड़ रुपए की वसूली का नोटिस दिया गया है. बोर्ड में कई और लोग भी हैं जिनके खिलाफ वसूली के आदेश जारी किए गए हैं.
बिना नाम लिए चन्द्र पाल ने कहा कि इस तरह के व्यक्ति कल अदालत में हार गया तो क्या होगा. कृषि सहकारी एक बार फिर से अस्थिर हो जाएगा.