केंद्रीय कृषि और सहकारिता मंत्री राधामोहन सिंह कोऑपरेटर्स की विदेशी यात्राओं की बात से परेशान हैं. भारतीयसहकारिता.कॉम को मालूम हुआ है कि श्री सिंह जल्द ही कोऑपरेटर्स की अनावश्यक विदेशी यात्राओं पर रोक लगाने के तरीके खोज लेंगे.
मंत्री के करीबी सूत्रों का कहना है कि ऐसे कई कोऑपरेटर्स जो विलासिता का लाभ उठाने में सक्षम नहीं हुए मंत्री से संपर्क किया और कोऑपरेटर्स की विदेश यात्राओं की कहानी बताई.
मंत्री को यह भी बताया गया है कि हाल के कई कोऑपरेटर्स की पोलैंड यात्रा के दौरान एक कोऑपरेटर्स नशे में इतना धुत्त था कि पोलैंड में बस से गिर गया. मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया है.
मोदी सरकार ने नौकरशाहों द्वारा विदेश यात्राएं करने का दृढ़ता से विरोध किया है और एक प्रणाली बना दिया है जिससे विदेश जाना आसान नहीं रह गया है. मोदी ने सुनिश्चित किया है कि बैठक अगर तकनीकी प्रकृति की हो तो केवल टेक्नोक्रेट को जाने की अनुमति दी जानी चाहिए. इससे पहले, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सभी बैठकों में प्रतिनिधित्व किया.
अब तक कोऑपरेटर्स द्वारा किए गए विदेशी यात्राओं कि जाँच करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. व्यावहारिक रूप से हर महीने यूरोप की गलियों में कोऑपरेटर्स को घूमते हुए पाया जा सकता है.
आपको यात्रा के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए आवश्यकता है कि विदेश में सहकारी संगठन में से किसी एक से निमंत्रण मिला हो. विदेशी आधारित सहकारी अपने ही देश में एक छोटा खिलाड़ी हो तो भी फर्क नहीं पडता.