अमूल नाम से प्रसिद्धि गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ ने पहली बार अंतरिम अध्यक्ष चुना है. यह जिम्मेदारी उत्तर गुजरात में साबर डेयरी के अध्यक्ष जेठाभाई पटेल को दी गई है. उन्हें शुक्रवार को सर्वसम्मति से संघ के आनंद मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में अंतरिम अध्यक्ष चुना गया. वह संगठन के पहले अंतरिम अध्यक्ष हैं. श्री जेठाभाई पटेल को यह जिम्मेदारी देने के पहले विपुल चौधरी को पद से हटा दिया गया था.
श्री जेठाभाई 1990 से सहकारी आंदोलन में सक्रिय रहे हैं. उन्होंने कई सहकारी निकायों में प्रमुख पदों पर कार्य किया. जीसीएमएमएफ दुनिया भर में अमूल ब्रांड के तहत दूध उत्पादों का विपणन करता है. इसका सालाना कारोबार 18 हजार करोड़ रुपये को पार कर गया है.
भारत में दूध क्रांति के पिता वर्गीज कुरियन महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष थे. वे संगठन के उच्च पद पर 1973 से 2006 तक बने रहे. इस अवधि में राजनीति और राजनेता संगठन को कमजोर नहीं कर सके. इस के बाद लगता है राजनीति ने संगठन को प्रभावित किया है. 2006 से 2012 तक बनास डेयरी के अध्यक्ष श्री भटोल ने दो बार संघ का नेतृत्व किया.
अगस्त 2012 में दूध सागर डेयरी के विपुल चौधरी महासंघ के अध्यक्ष बने लेकिन उनके खिलाफ पारित एक अविश्वास प्रस्ताव के कारण उनको 2013 में उन्हें पद पड़ा. कानूनी झगड़े की एक श्रृंखला के बाद मामला अब सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लंबित है.
सुप्रीम कोर्ट में लंबित जीसीएमएमएफ मामले के विषय में भाजपा प्रवक्ता आई.के. जडेजा का कहना है कि अदालत में कई कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं और सभी मामले अदालत के आदेश के अनुसार सुलझेंगे.