अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी “सहकारिता और सतत विकास लक्ष्य: अफ्रीका पर फोकस” के अवसर पर बर्लिन में, आईएलओ सहकारी इकाई (कॉप) प्रमुख साइमेल एसिम बताती हैं कि क्यों सहकारी समितियां संयुक्त राष्ट्र के 2015 के बाद के विकास एजेंडे के लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए महत्वपूर्ण हैं.
जब 2015 से परे सतत विकास लक्ष्य (SDGs) के आसपास बहस तेज है, वहीं आईएलओ सक्रिय रूप से सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में सहकारी मॉडल को बढ़ावा देता रहा है. हम आईएलओ पर दृढ़ता से विश्वास करते हैं कि सहकारी उद्यमों को नियंत्रीत करने वाले मूल्य और सिद्धांत एक वैश्वीकृत दुनिया में आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समानता के अहम मुद्दों को मानते हैं.
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