इफको आंध्र प्रदेश में अपने किसान सेज को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा है. इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. अवस्थी ने इस संबंध में मंगलवार को आंध्र प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री श्री चन्द्र बाबू नायडू से मुलाकात की. बैठक कथित तौर पर बहुत अच्छी तरह से चली. डा. अवस्थी ने अपने ट्वीट में बहुत सराहना की.
इससे पहले मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि इफको ने आंध्र प्रदेश में नेल्लोर के निकट Richarlapadu में एक परिष्कृत किसान सेज के विकास के लिए आवंटित अचल संपत्ति के टुकड़ा का गैर उपयोग के मुद्दे पर गलती की है.
लेकिन वास्तविकता में, इफको किसान सेज (IKSEZ) भूमि आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित मुकदमेबाजी में फरवरी, 2012 के बाद से फंस गई थी. मामला उच्च न्यायालय में चला और हाल ही में इस साल मार्च में IKSEZ ने अदालत में एक लंबी लड़ाई के बाद मामला जीत लिया.
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए निर्माण कार्य IKSEZ जमीन पर चलता रहा था, IKSEZ से अपने उत्पादों का निर्यात शुरू कर कुछ कंपनियों ने इसे कार्यान्वित कर दिया.
नायडू के साथ एमडी की इस बैठक के बाद जमीन पर अधिक से अधिक गतिविधियों के जारी होने का यकीन है- इस परियोजना के साथ जुड़े एक सूत्र ने कहा. राजनीतिक मंजूरी ऐसी स्थितियों में बहुत उपयोगी है – उन्होंने कहा.
इफको पीआर मैनेजर हर्शेन्द्र वर्धन ने भारतीयसहकारिता को बताया कि “IKSEZ” देश में अपनी परियोजनाओं को शुरू करने के लिए और अधिक कंपनियों की खोज की प्रक्रिया में पहले से ही है. इन प्रस्तावों में से कुछ परियोजना कार्यान्वयन के उन्नत चरणों में हैं, उन्होंने कहा.