महाराष्ट्र के सहकारिता मंत्री हर्षवर्धन पाटिल मुसीबत में दिखाई पड रहे हैं. उनके ऊपर धुले जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के पैसे की हेराफेरी का आरोप लगा है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो घोटाले में मंत्री की संलिप्तता की जांच करना चाहता है. सूत्रों का कहना है,बैंक में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हैं – विशेष रूप से कई सहकारी संगठनों को बिना सुरक्षा के ऋण देने के संबंध में.
बैंक में 144 करोड़ रुपये के घोटाले हुए हैं जिससे इसके अस्तित्व के लिए गंभीर खतरा बन गया है.
हालांकि, सहकारिता मंत्री ने सभी आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि उनके खिलाफ दुर्भावानापूर्ण अभियान शुरू किया जा रहा है.