इफको के प्रबंध निदेशक डॉ अवस्थी ओमिफको की बोर्ड बैठक में भाग लेने ओमान के लिए रवाना हो गए हैं. उन्हे गैस मूल्य निर्धारण के विवादास्पद मुद्दे को हल करने में अपना योगदान करने की उम्मीद है.
अपने विचार प्रकट करते हुए डॉ अवस्थी ने ट्वीट पर लिखा कि बोर्ड की बैठक में भाग लेने के लिए ओमान जा रहे हैं. गैस आपूर्ति में कटौती बड़ी चिंता का विषय है. शीघ्र बहाली की आशा की है.”
भारत की सरकार ओमान द्वारा प्राकृतिक गैस कीमत बढ़ाने के मुद्दे पर उलझ गई है जिससे एक लंबी अवधि के समझौते के तहत भारत द्वारा आयातित उर्वरक की कीमत में तेजी से वृद्धि हुई है.
इससे पहले, वित्त मंत्रालय ने ओमिफको से आयातित यूरिया की कीमत में वृद्धि के लिए एक अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया है.
भारतीय अधिकारियों के अनुसार, ओमिफको को आपूर्ति की जाने वाली प्राकृतिक गैस की कीमत का ओमान द्वारा संशोधन किया जाना समझौते का उल्लंघन है जिसके तहत 2015 तक एक निश्चित मूल्य पर गैस की आपूर्ति बाध्यकारी है.
ओमान के साथ भारत के समझौता ओमिफको द्वारा उत्पादित सभी यूरिया को पूर्व निर्धारित कीमत पर 15 साल के लिए खरीद करने की अनुमति देता है.
डॉ अमेरिका अवस्थी के अनुयायियों ने उन्हें ट्वीटर पर शुभकामना दी है क्योंकि यह एक टेढा मुद्दा है. उनमें से एक कहा “आशा है कि आप की उपस्थिति में गैस मुद्दा जल्द हल हो जाएगा. GOI को भी ओमान सरकार के साथ मामले अनुवर्ती कार्वाई करनी चाहिए.
एक और ने ट्वीट किया ” उम्मीद है कुछ और गैस की आपूर्ति हो जिससे दोनों संयंत्रों को थोड़ा कम लोड के साथ फिर से शुरू किया जा सके.”