सहकार से जुड़े लोग (क्यूप) भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बयान को नकारात्मक मान रहे है। दरसल शाह ने सहकारी बैंकों को प्रधानमंत्री जन धन योजना का हिस्सा बनाने की बात की थी।
भाजपा अध्यक्ष ने मंगलवार को गुजरात के सहाकारी बैंको को प्रधानमंत्री जन धन योजना’ में शामिल होने को कहा है। इस योजना के तहत राज्य में हर किसी का बैंक खाता होगा।
सीवी होलकर, नेफेड के पूर्व निदेशक ने भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा की ये विचार सहकारी बैंकों को ले डूबेगा। होल्कर का मानना है की सहकारी बैंक की स्तिथि ऐसी नहीं है की वो इस खर्चे को बर्दाश कर ले। उन्होने यह भी कहा की सहाकारी बैंको पर वित्तीय बोझ बहुत ज्यादा हो जाएगा।
होलकर ने कहा की सरकार द्वारा सहाकारी बैंको को किसी भी तरह की अर्थिक सहायता प्रदान नही की जाती है, ऐसा कभी नही हुआ की कोई सहकारी बैंक दिक्कत में हो और सरकार ने उसकी मदद की हो।
प्रधानमंत्री जन धन योजना सफल साबित होती दिखाई दे रही है। इस योजना के तहत पिछले 3 महीनों में लगभग 5 करोड़ बैंक खातें खोलों गए हैं।
अमित शाह ने मंगलवार को बताया की सहकारी आंदोलन का उद्देश्य लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है। मैं GSC और अन्य सहकारी बैंकों से आग्रह करता हूं की इस योजना से जुङे ताकि राज्य में हर गरीब, दलित और आदिवासी का बैंक खाता हो। .