इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर सहकारी लिमिटेड (इफको) 3 नवम्बर 1967 को एक मल्टी-यूनिट सहकारी सोसायटी के रूप में पंजीकृत हुई थी और आज इफको ने अपने अस्तित्व के47 साल पूरे किए है।
तीन साल बाद इफको की गोल्डन जुबली होगी। लेकिन इससे पहले ही इफको को आईसीए और यूरोपीय अनुसंधान संस्थान द्वारा हाल ही में कृषि और खाद्य उद्योग में सबसे बड़ी वैश्विक सहकारी संस्था के रुप में घोषित किया गया था।
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी ने इस अवसर पर ट्वीट कर कहा है कि # इफको ने 47 वर्ष पूरा किए है। इफको सभी कर्मचारियों, सहकारी समितियों और किसानों को धन्यवाद व्यक्त करता है और ये शपथ लेता है कि हम सब किसानों के हित मे कार्य करते रहेंगे।
1960 के दशक के दौरान भारत में सहकारी क्षेत्र उर्वरकों की वितरण का कारोबार करता था। उर्वरक वितरित करने के लिए सार्वजनिक या निजी क्षेत्रों पर निर्भर रहना पडता था।
1967 में इफको के साथ 57 सहकारी समितियों जुड़ी हुई थी, जो अब बढकर 39,800 हो गई है। इफको शुरुआत में एक मल्टी-यूनिट सहकारी सोसायटी के रूप में पंजीकृत हुई थी। बाद में ये बहुराज्य सहकारी सोसायटी अधिनियम 1984 एवं 2002 को अनुसार मल्टी-स्टेट सहकारी सोसायटी हो गई।
इफको ने कई देशों में संयुक्त उपक्रमों के मध्यम से निवेश किया है। इफको ने सेनेगल, ओमान,मिस्र, जॉर्डन और कनाडा जैसे देशों में निवेश किया है।
डॉ यू एस अवस्थी के ट्वीट के तुरंत बाद इफको के उत्साही कार्यकर्ताओं ने जवाब मे कहा “सर हम आज को इफको दिवस के रूप में मना रहे हैं।”