ब्याज दर में कटौती की मांग को लेकर इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी ने बुधवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक को इस समय की स्थितियों के आधार पर और अर्थव्यवस्था को बहेतर बानने के लिए ब्याज दर में कटौती करनी चाहिए।
डॉ यू एस अवस्थी ने ट्वीट कर कहा आरबीआई का रिवर्स रेपो रेट 7.99% है और देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए ब्याज दर कम होना चाहिए।
इसके साथ ही भारत की राजधानी मे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा आयोजित भारतीय आर्थिक शिखर सम्मेलन में आधिकतर प्रतिनिधियों ने ब्याज दर में कटौती कि मांग की है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और उद्योगपतियों ने इस सम्मेलन में शिरकत की थी।
उद्योग जगत के नेताओं ने अरुण जेटली से कहा कि ब्याज दर में कौटती से देश की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
उद्योगपतियों का मनना है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन को इस मुद्दे को लेकर चुप्पी नही साधनी चाहिए।
अर्थव्यवस्था और मुद्रास्फीति के लिए ब्याज दर में कटौती कुछ हद तक सकारात्मक है।
मुद्रास्फीति की दर थोक मूल्य के आधार पर बहुत कम है 2.38%, वही खुदरा मुद्रास्फीति6.46% तक गिर गया है। शिखर सम्मेलन में कई लगों को लगा कि ब्याज दर में कटौती से पहले रिजर्व बैंक के गवर्नर पूरी तरीके से मुद्रास्फीति पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं जो कि उचित नहीं है।