मेहसाणा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादकों संघ लिमिटेड के अध्यक्ष विपुल चौधरी और वर्तमान मैं सत्तारूढ़ निदेशक मंडल के बीच चल रही कानूनी लड़ाई का मामला मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए आया।
श्री विपुल चौधरी ने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी की विवाद का मुख्य कारण राहुल गांधी से उनकी निकटता है। मैंने आपनी नौकरी राहुल से मुलाकात के बाद ही खोई है। मैरी राहुल से मुलाकात के बाद घटना कर्म कुछ एेसा चला की मुझे छोडना पडा।
18 नवंबर को इस केस की अगली सुनवाई होनी है। दोनों पक्षों की तरफ से दिग्गज वकील केस की वकालत कर रहे है। विपुल चौधरी की तरफ़ से कपिल सिब्बल जबकि तुषार मेहता जीसीएमएमएफ का प्रतिनिधुतवा कर रहे है।
सिब्बल ने तर्क दिया की बिना कानूनी प्रक्रिया के अध्यक्ष को बेदखल नहीं किया जा सकता जबकि तुषार मेहता ने कहा की सहकारी सिद्धांतों के बल पर बॉर्ड ने श्री चौधरी का निकलने का निर्णय लिया है।
बोर्ड ने अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से चौधरी को 12 दिसंबर 2013 मे हटाया था। गुजरात उच्च न्यायालय ने फरवरी में चौधरी द्ववारा दायर याचिका को सिरे से खारिज कर दिया था।