जीसीएमएमएफ डॉ वर्गीज कुरियन के 92वें जन्मदिन को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मना रहा है। अमूल के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी ने भारतीय सहकारिता को बताया कि आज का दिन हमारे लिए बहुत बड़ा दिन है।
आज डॉ कुरियन का 92वाँ जन्मदिन है और अमूल आज का दिन राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मना रहा है। डॉ वर्गीज कुरियन, भारत में दूध क्रांति के जनक माने जाते है और उन्होनें भारत के सहकारी आंदोलन में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। देश के किसानों पर अपने विश्वास के कारण उन्होनें पूरे विश्व में भारत को दूध उत्पादन में नंबर ओने बना दिया
सशक्तिकरण,आत्म निर्भरता और समृद्धि के रुप में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस को पूरे देश भर में मनाया जाएगा, सोढ़ी ने कहा।
जीसीएमएमएफ के 18 सदस्य संघों में से गुजरात के 17,000 गांव में से लगभग 35 लाख किसान इसे जुड़े हुए है। गुजरात की मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल के सहोयग से जीसीएमएमएफ सहकारी आंदोलन के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है।
इस अवसर पर दूध सहकारी आंदोलन की यात्रा पर एक प्रदर्शनी की व्यवस्था भी की गई है। दूध दिवस समारोह में गुजरात के अठाराह जिलों में से लगभग एक लाख दूध उत्पादक भाग लेंगे।
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस अमूल के आलवा विभिन्न राज्य स्तर की डेयरियों द्वारा भी मनाया जाएगा और देश भर के लाखों दूध उत्पादक इसमें शिरकत करेंगे। भारत को दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक बनाने में डॉ कुरियन के योगदान को हर कोई याद करना चाहता है, सोढ़ी ने कहा।
इनके अलावा, अमूल भी देशव्यापी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है जैसे स्कूलों में अभियानों, युवाओं के साथ बातचीत, संयंत्र का दौरा, दूध पीने की प्रतियोगिता, आदि।
इस अवसर पर प्रतिष्ठित फिल्म “मंथन” का भी कई चैनलों द्वारा प्रसाराण किया जाएगा। हम Amazon.in के मध्यम से मंथन डीवीडी का प्रसाराण करेंगे। श्वेत क्रांति की सीडी 26 नवंबर से उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध हो जाएगी।