डेयरी सहकारिता मे आग्रणी सहकारी संस्था जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर.एस.सोढी ने भारतीय सहकारिता को एक विशेष बात-चीत में बताया कि नया साल किसान और सहकारिता के लिए खास होने जा रहा है।
सोढ़ी ने बात-चीत के क्रम में कहा कि अमूल भारत के बाद अब विदेशों में अपने कारोबार का विस्तार करना चाहती है। उन्होंने कहा कि जीसीएमएमएफ अगले दो सालों में लगभग चार से पांच हजार करोड़ रुपए का निवेश करने का मन बना चुका है। डेयरी उत्पादों की बढती मांग पर खरा उतरने के लिए जीसीएमएमएफ नए संयंत्रों को स्थापित करेगा, सोढी ने जोड़ा ।
जीसीएमएमएफ ने अमेरिका से लेकर रूस तक अपने उत्पादों को बेचने की योजना बनाई हुई है। सोढ़ी ने कहा कि उन्होनें सहकारी प्रमुख रूसी गलैटिका ग्रुप से इस विषय पर चर्चा भी की हुई है। हाल ही में रूस से आये डेलेगेशन का जीसीएमएमएफ दौरा कई मायनों में सकारात्मक रहा।
सोढ़ी ने भारतीय सहकारिता को बताया कि 2015 तक दुध की दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। वहीं उन्होनें ये भी कहा कि विस्तार के बाद जीसीएमएमएफ का सलाना कारोबार लगभग पचास हजार करोड़ रूपए तक पहुंचने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि जीसीएमएमएफ सतराह हजार सहकारी समितियों का एक विराट सहकारी संस्था है। यहां किसान ही मालिक हैं।