किसानों की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको ने भी नीम लेपित यूरिया का शुभारंभ किया है। कहा जाता है कि नीम लेपित यूरिया अधिक कुशलतापूर्वक काम करती है। उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित आंओला इकाई ने हाल ही मे नीम लेपित यूरिया की शुरुआत की है।
इस बात का जिक्र करते हुए इफको के प्रबंध निदेशक ने आंओला इकाई की टीम को बधाई दी और कहा कि किसानों को कम से कम इस यूरिया का उपयोग करना चाहिए इसलिए नीम लेपित यूरिया कम मात्रा में जारी किया जा रहा है।
इस अवसर पर डॉ अवस्थी ने ट्वीट किया “आंओला इकाई की टीम को नीम लेपित यूरिया की शुरुआत करने के लिए बहुत-बहुत बधाई। किसानों यूरिया का कम उपयोग करें इसलिए नीम लेपित यूरिया की एक ही रेक जारी की गई है।
पहले, उर्वरक सहकारी कंपनी कृभको ने नीम लेपित यूरिया का शुभारंभ बंगलौर के कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय में किया था। जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और केंद्रीय उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने शिरकत की थी।
नीम लेपित यूरिया पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ मेक इन इंडिया क्षेत्र में एक सफल उत्पाद है। नीम का पौधा प्रचीन समय से किसानों का सच्चा दोस्त रहा है और व्यापक रूप से पूरे भारत मे उगाया जाता है। नीम का लगभग चार हजार वर्षों से वाणिज्यिक तरीके से इस्तेमाल होता आ रहा है।
एक बार फिर सहकारी संस्थाओं के मध्यम से देश की विकास गति में तेजी आता दिखाई दे रहा है, भारतीय सहकारिता को एक सहकारी नेता ने कहा।