मिट्टी संरक्षण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातें कई सहकारी नेताओं के लिए सुगम संगीत से कम नहीं रही और खासकर इफको के लिए। गौरतलब है कि काफी लंबे समय से इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी इस मुद्दे पर किसानों को समझाने में लगे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानोंं को देश की मिट्टी को बचाने की ओर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए और साथ ही अपने उत्पादन को बढाना चाहिए।
अवस्थी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि इफको को यह सुनकर बहेद खुशी हुई कि देश के कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकारों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेषज्ञ पैनल तैयार करने को कहा है।
मोदी ने कहा कि किसान न्यूनतम 50 हजार रुपए की बचत कर सकता है अगर वह मिट्टी के वैज्ञानिक परीक्षण के आधार पर फसल बोने का निर्णय लें। मोदी ने छोटे-छोटे शहरों में इस बावत प्रयोगशालाओं की स्थापना पर जोर डाला। प्रधानमंत्री मोदी ने नीति आयोग और राज्य सरकारों से कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी का गठन करने को कहा है।
गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था इफको ने पूर्व में ही “हमारी मिट्टी बचाओ” योजना की शुरूआत की थी। इफको के एमडी अवस्थी किसानों को रासायनिक उर्वरकों के संतुलित उपयोग के लाभों को समझाने के लिए कई बार सुदूर देहात में कैप कर चुके हैं।
एक अन्य ट्वीट में अवस्थी ने कहा ” इफको किसानों को उर्वरकों के उपयोग के बारे में शिक्षित होने की सलाह देती है और किसानों को ड्रिप सिचांई का उपयोग करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह का स्वागत करता है।