सतर सहकारी बैंक के महाप्रबंधक ने बैंक की कांदिवाली शाखा में डीआर नाम से एक फर्जी खाता खोले जाने पर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में मुंबई पुलिस ने योगेश दरजी नाम के एक व्यक्ति को बैंक के साथ 5.59 करोड़ रूपए की धोखाधाड़ी करने के लिए हिरासत मे लिया है। पुलिस अब उसके साथी नीलेश प्रजापति की तलाश में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि नीलेश पेशे से कपड़ा डीलर है।
पुलिस के अनुसार अपराधी लोगों की जब्त संपत्तियों को खरीदने के लिए जोर देता था और बाद में वह खरीदारों के साथ संपत्ति के बारे में बातचीत करता है।