8 मार्च, 2015 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में इफको फाउंडेशन द्वारा एनसीयूआई,नई दिल्ली में 9 मार्च को राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश,हरियाणा,उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों की 50 से अधिक महिला सहकारी समितियों की सदस्यों ने भाग लिया।
सम्मेलन में इंडियन कोआपरेटिव नेटवर्क फार वूमन की निर्वाचित अध्यक्षा डॉ.नंदिनी प्रसाद,केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय,इम्फाल के कुलपति प्रो.आर बी सिंह,इफको फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी श्री जेएनएल श्रीवास्तव,आईएएस (सेवानिवृत्त),भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की उपकुलपति प्रो. आशा कादियान और मानव साधन विकास संस्था की ट्रस्टी श्रीमती उमा प्रभु भी उपस्थित थे।
अपने उद्घाटन भाषण में डॉ. नंदिनी आजाद ने महिलाओं के लिए बजट से 10,000 करोड़ रुपये की कटौती और स्वास्थ्य बजट से 8,000 करोड़ रुपये की कमी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने इंडियन कोआपरेटिव नेटवर्क फार वूमन के लिंग और समानता मॉडल पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस नेटवर्क में महिला सदस्याओं द्वारा 14 सहकारी समितियों का प्रबंधन किया जा रहा है। इन महिला सदस्याओं की संख्या अब बढ़कर 2.5 लाख हो गयी है। महिला सहकारी समितियों द्वारा 99% पुनर्भुगतान के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ 300 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया है।
इफको फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी श्री जेएनएल श्रीवास्तव ने सहकारी समितियों के बोर्ड में महिला नेतृत्व को शामिल करने पर बल दिया। प्रो. आर बी सिंह ने महिला दिवस के वैश्विक फलक पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2013 में कृषि क्षेत्र में महिलाओं पर हुए विश्व सम्मेलन तथा 1995 में बीजिंग घोषणा-पत्र की सिफारिशों पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला की सिफारिशों में कृषि के क्षेत्र में महिलाओं के लिए एक विशेष कोष स्थापित करना भी शामिल होगा।