सहकारी प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर जोर देने के लिए सहकारी प्रशिक्षण की शीर्ष निकाय एनसीसीटी ने 21 और 22 मार्च 2015 को राष्ट्रीय संवर्धन का आयोजन बैंगलुरू के आर.आई.सी.एम में किया है।
इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रिय राज्य कृषि मंत्री श्री मोहन भाई कल्याणजी भाई कुंदरिया द्वारा किया जाना है। कर्नाटक राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री एवं दिग्गज सहकारी नेता श्री एच.के.पाटिल भी इस सम्मेलन में शिरकत करेंगे।
इनके अलावा सहकारिता और चीनी मंत्री श्री एच.एस.महादेव प्रसाद, कर्नाटक राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष जी.टी.देवेगौड़ा, इफको टोकियो इंश्योरेंस कंपनी के अध्यक्ष के.श्रीनिवास, सहकारी प्रबंधक के क्षेत्रीय संस्थान के अध्यक्ष डॉ बी.एस.विश्वनाथ सहित अन्य लोग भी इस सम्मेलन का हिस्सा बनेंगे।
सहकारी प्रशिक्षण की राष्ट्रीय परिषद (एनसीसीटी) के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव की अध्यक्षता में सम्मेलन का शुभारंभ किया जाएगा। गौरतलब है कि यादव वर्तमान में राज्य सभा के सदस्य है।
इस दो दिवसीय संगोष्ठी के दौरान छह सत्रों का आयोजन किया जाएगा। पहली संगोष्ठी में प्रशिक्षण के विभिन्न पहलुओं और प्रशिक्षण को कैसे प्रभावी बनाए जाने पर चर्चा की जाएगी। संवर्धन के पहले दिन, एनसीसीटी और गीज से प्रख्यात वक्ता सहकारी प्रशिक्षण के विषय और सहकारी प्रशिक्षण का अवलोकन और व्यवस्थित द्धष्टिकोण पर चर्चा करेंगे।
संगोष्ठी के दूसरे दिन यानि 22 मार्च 2015 को सहकारी प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा प्रशिक्षण मूल्यांकन की जरूरत पर चर्चा होनी है। इस विषय पर बातचीत प्रख्यात वक्ता आई.एस.टी.डी डिप्लोमा के अध्यक्ष प्रो.नंदीतेश निलय द्वारा की जाएगी। उसके बाद प्रभावी प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की डिजाइनिंग और चलन पर चर्चा होगी तथा प्रशिक्षण की प्रतिक्रिया और मूल्यांकन बैंगलुरू की आई.एस.टी.डी डिप्लोमा से प्रख्यात वक्ता बी.त्यागराज द्वारा किया जाएगा।
प्रतिभागियों द्वारा अनुभव के आदान प्रदान के साथ संगोष्ठी समाप्त की जाएगी। समापन समारोह के लिए सहकार जगत की प्रख्यात हस्ती को आमंत्रित किया गया है।
इससे पहले, एनसीसीटी ने 31 जनवरी से 1 फरवरी 2014 तक नई दिल्ली में पहली संगोष्ठी का आयोजन किया था। इस संगोष्ठी में लगभग 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था।