डॉ यू.एस.अवस्थी
नए वित्तीय वर्ष के अवसर पर किसानों की सबसे बड़ी सहकारी समिति इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस. अवस्थी ने इफको की टीम के लिये लिखते हुये गत वित्त वर्ष के दौरान की गतिविधियों और आगे की चुनौतियों का ब्यौरा दिया। हम डॉ. अवस्थी के वक्तव्य को पेश कर रहे हैं। (संपादक)
प्रिय मित्रों
सर्वप्रथम मैं यह कामना करता हूँ कि वित्त वर्ष 2015-2016 सुख और समृद्धि से भरा रहे।
वित्त वर्ष 2014-2015 इफको के लिए मिल-जुला रहा। इस वर्ष कुछ चीजों हुई जिनसे हम काफी खुश हो सकते हैं, लेकिन साथ ही हमें कुछ ऐसी स्थितियों से भी दो-चार होना पड़ा जिसने हमारे धैर्य और क्षमताओं की परीक्षा ली। मुझे यह कहते हुए गर्व है कि अतत: हमारे प्रयास रंग लाए ,उनके सुपरिणाम आप सबके समक्ष हैं।
मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी है कि वित्त वर्ष 2014-15 में हमने लगभग 1,036 करोड़ रुपए के कर पूर्व लाभ के साथ लगभग 24,700 करोड़ रुपये का कारोबार किया।
उत्पादन क्षेत्र में देखें तो हमारे अत्याधुनिक संयंत्रों ने 41.3 लाख मी.टन यूरिया और 33.3 लाख मी.टन मिश्रित उर्वरकों के साथ कुल लगभग 75 लाख मी.टन उर्वरकों का उत्पादन किया। उर्वरकों की बिक्री के मामले में हमने लगभग 71.5 लाख मी.टन यूरिया और लगभग 39.5 लाख मी.टन मिश्रित उर्वरकों के साथ कुल 111 लाख मी.टन उर्वरकों की बिक्री की, जो उल्लेखनीय है।
मौजूदा घरेलू और वैश्विक आर्थिक परिद्श्य में जिस तरह के नीतिगत ढांचे में हम काम करते हैं, इन्हें देखते हुए ये आंकड़े सही मायने में उत्साहजनक कहे जा सकते हैं। किसानों की इस महान संस्था के एक पेशेवर और समर्पित कर्मचारी के रूप में आप सबको अपने आप पर निश्चय ही गर्व होना चाहिए।
इस शानदार प्रदर्शन से हमें आत्मतुष्ट हुए बिना और भी बड़े मानक तय करने की प्ररेणा लेनी चाहिए ताकि हम सब मिलकर उस किसान के जीवन में सही मायने में परिवर्तन ला सके जिसने इफको में अपनी आस्था व्यक्त की है।
दोस्तो, आने वाले समय उनका है जो पुरानी व नई मान्यताओं तथा परम्पराओं के बीच ताल मेल बनाते हुए समय-समय पर कुछ ऐसा करें जिससे पहले से चली आ रही चीजों की जगह वास्तव में नई जमीन तैयार की जा सके।
निरंतर सुधार कि प्रक्रियाओं को जारी रखना समय की मांग है और दुनिया भर के संगठन इस सच्चाई को स्वीकार कर चुके हैं। हम अपवाद नहीं हैं। इसलिए मै आप में से हर एक से यह आग्रह करता हूं कि आप अपने-अपने क्षेत्र में सुधार हेतु नवीन विचारों और सुझावों के साथ सक्रियतापूर्वक सामने आयें। भौगोलिक, सास्कृतिक और यहां तर कि बौद्धिक कारणों से एक दूसरे से दूर रह रहे अपने साथियों के साथ आप इस पर मंथन करें, अपने विचार साझा करें और कुछ ऐसा लेकर आएँ जिससे सही मायने में कुछ नया किया जा सके। इसके लिए आप सोशल मीडिया, क्लाउड कम्प्यूटिंग जैसी तकनीकी के साथ इफको द्वारा आप सभी को उपलब्ध कराए गए उपकरणों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
एक बार हमने यह मंथन शुरू कर दिया और अपने लिए एक ऐसा वर्चुअल समुदाय विकसित कर लिया जो इफको के इर्द-गिर्द एक सकारात्मक माहौल बना सके तो वह समय दूर नहीं जब आप चार दशक पुराने इस संगठन को धीरे-धीरे इंटरनेट पर भी आत्मविश्वास के साथ 21वीं सदी के संग ताल से ताल मिलाते हुए देख सकेंगे।
नए वित्त वर्ष के लिए आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।
-(लेखक इफको के प्रबंध निदेशक है)