सहकारी चीनी मिलों ने पिछले छह महीने के भीतर देश के चीनी उत्पादन में लगभग 13 प्रतिशत यानि 2.47 करोड़ टन का भारी योगदान दिया है।
गौरतलब है कि भारत ब्राजील के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादन करने वाला देश है। पिछले साल देश में चीनी का उत्पादन 2.18 करोड़ टन हुआ था। भारतीय चीनी मिल संघ (आईएसएमए) के अनुसार पिछले छह महीनों में चीनी उत्पादन में 28.4 लाख टन का इजाफा हुआ है।
महाराष्ट्र और यूपी स्थित चीनी मिलों ने चीनी के उत्पादन में काफी वृद्धि की है। अन्य राज्यों जैसे कर्नाटक में चीनी उत्पादन में मामूली सा उछाल देखा गया है।
हालांकि, चीनी मिलों द्वारा गन्ना उत्पादकों को भुगतान नहीं किये जाने से चिंताजनक स्थिति हो रही है क्योंकि भुगतान किये जाने वाली रकम लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच, आईएसएमए ने केंद्र सरकार को चीनी मिलों की मदद करने के लिए आह्वान किया है, अन्यथा इनको चाला पाना मुश्किल हो सकता है।