प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नक्शे कदम पर चलते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कृषि वैज्ञानिकों से कहा कि वह गांवो को गोद लेकर उन्हें आधुनिक तकनीकियों के माध्यम से खेती के बारे में समझाए। वह चाहते है कि वैज्ञानिक किसानों को भी गोद ले।
बैंगलुरू में पिछले सप्ताह कीट संग्रहालय का उद्घाटन करते हुए सिंह ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, राज्य कृषि विश्वविद्यालय और केवीके से एक-एक गांव को गोद लेने को कहा। सिंह ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों का समूह बनाकर किसानों का उत्थान करने के बारे में सोचा जाना चाहिए और खेती से जुड़ी किसानों की समस्या का हल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कृषि, पशु चिकित्या, मत्स्य, होर्टीकल्चरल विश्वविद्यालयों के वाइस-चान्सेलरो से आग्रह किया कि छात्रों को लघु अवधि के लिए कोर्स शुरू किया जाए और यह उनके पाठयक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा बनना चाहिए।
मंत्री ने मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड, कृषि डाक और मेरा गांव, मेरा गोरव जैसी अन्य योजनाओं पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि जैविक खेती और पारंपरिक खेती चरणबद्ध तरीके यानि जिला स्तर पर 50 किसानों और 50 एकड़ जमीन से शुरूआत होनी चाहिए।