इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु के बयान का स्वागत किया है। प्रभु ने कहा कि रेलवे जल्द ही सकल घरेलु उत्पाद में 2.5 प्रतिशत की भागीदारी कर सकता है।
सीआईआई द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में प्रभु ने कहा कि मैनें रेलवे बोर्ड से क्षेत्रों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दे का अध्यन करने के लिये कहा है। रेलवे सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 2.5 प्रतिशत का योगदान दे सकता है और देश में दो अंको वाली वृद्धि के सपने को साकार करने में मदद कर सकता है।
केंद्रीय मंत्री के बयान का स्वागत करते हुये डॉ यू.एस.अवस्थी ने ट्वीट किया कि इफको रेल मंत्री सुरेश प्रभु के सकल घरेलू उत्पाद में 2.5 प्रतिशत वाले बयान का स्वागत करता है।
पाठकों को याद होगा कि श्री सुरेश प्रभु सहकारी संस्थाओं से जुड़े रहें है और इफको उनमें से एक है। रेल मंत्री बनने के पहले वह अकसर इफको के समारोह में दिखाई दिया करते थे। अवस्थी और प्रभु के बीच के संबंध काफी मधुर और भावनात्मक रहे हैं।
प्रभु करिश्माई नेता हैं जो अपने कार्य में उचित परिवर्तन लाकर उस कार्य को समाप्त करते है। मोदी को लगता है कि प्रभु उनके रेलवे में सुधार वाले सपने को साकार करने में खरा उतर सकते है।
उल्लेखनीय है कि रेल मंत्री पूर्व में चार्टर्ड एकाउंटेंट थे। प्रभु सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के जरिए रेलवे में सुधार लाना चाहते है। सम्पूर्ण संगठनात्मक पुनर्गठन पर काम किया जा रहा है। एफडीआई/ पीपीपी निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है।
धन को अतिरिक्त बजटीय संसाधनों के माध्यम से इकट्ठा किया जा रहा है। निवेश का उद्देश्य रेलवे की मौजूदा स्थिति को बेहतर बनाना है। अगर ऐसा हुआ तो रेलवे देश के सकल घरेलु उत्पाद में लगभग 2.5 प्रतिशत का योगदान दे सकता है, प्रभु ने सीआईआई सम्मेलन में कहा।