एनसीसीएफ के पूर्व अध्यक्ष रामइकबाल सिंह जिन्हें एक साजिश के तहत एनसीसीएफ के 2005 के चुनाव में दूसरी बार अध्यक्ष बनने से रोक दिया गया था को बहुराज्य कृषि सहकारी समिति नैकॉफ में शनिवार को हुये चुनाव में 11 नव-निर्वाचित निदेशकों ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष के रूप में चुन लिया है।
वहीं हरजीत सिंह ग्रेवाल और गुरूमुख सिंह होरा को उपाध्यक्ष के रूप में चुने गये। श्री ग्रेवाल पंजाब स्थित खादी और ग्रामोद्योग के अध्यक्ष हैं जबकि होरा अतीत में इफको और नैफेड के बोर्ड में थे।
चुनाव अधिकारी श्री एम.एल.तलवार ने सूचित किया कि सभी निदेशकों को निर्विरोध चुना गया है। गौरतलब है कि तलवार कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय में मुख्य निदेशक के पद से रिटायर्ड है। नव निर्वाचित अध्यक्ष ने बताया कि श्रीमती सावित्री सिंह को महिला निदेशक के रूप में सह नियोजित किया गया है जो एनसीयूआई और आईसीए दोनों के साथ जुड़ी हुई है।
निर्वाचित बोर्ड के सदस्यों की सूची इस प्रकार है:-
रामइकबाल सिंह- अध्यक्ष
हरजीत सिंह ग्रेवाल और गुरूमुख सिंह होरा- उपाध्यक्ष
डॉ गोविंद सिंह, विधायक
सुनील कुमार
अशोक सिंह
ऋषि राज सिंह सिसोदिया
हरभीर सिंह तंवर
रणजीत सिंह
राजीव सिंह
सुरेश चंद शर्मा
गौरी शंकर मित्तल
संजीव रत्ना सिंह
दिल्ली के श्यामा इंटरनेशनल होटल में शनिवार को विशेष आम सभा की बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर रामइकबाल सिंह ने कहा कि सहकारी समितियों को सरकार पर निर्भर रहने की आदत को छोड़ना होगा और बदले हुए परिदृश्य में असीम संभावनाएं हैं जब हम सरकार के बजाय एक दूसरे से बहुत कुछ सिख सकते हैं|
रणजीत सिंह जो नैकॉफ की बैठकों की बराबर मेजबानी करते रहे हैं ने कहा कि पांच सालों के भीतर हमने संस्था के कारोबार को 250 करोड़ रूपए तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि 2009 में पांच करोड़ रूपए से संस्था का शुभांरभ किया गया था और यह उपलब्धि टीम के निःस्वार्थ भाव के बिना संभव नहीं हो पाती। एक समय था जब सहकारी संस्थाएं नेताओं के लालच का शिकार होकर बर्बाद हो जाया करती थी, लेकिन नैकॉफ एक अच्छा उदाहरण है जो हमें भविष्य के बारे में आस्वस्त करता है, रणजीत सिंह जो टीटू के नाम से लोकप्रिय है, ने कहा।