कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय के संयुक्त सचिव आशीष भूटानी ने एक बार फिर 1 मई से केंद्रीय रजिस्ट्रार के रूप में कार्यभार संभाला है। गौरतलब है कि 30 अप्रैल को राज सिंह रिटायर हुये थे और उनकी जगह पर भूटानी को नियुक्त किया गया है।
श्री भूटानी पहले केंद्रीय पंजीयक के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं। वह अकसर सहकारी सम्मेलनों में भाग लिया करते थे और सहकारी आंदोलन को प्रोत्साहित करते रहते थे, कॉर्पोरेटर ने याद किया। वह एनसीसीटी के कार्यक्रमों में बिना शिकायत के हिस्सा लिया करते थे, कॉर्पोरेटर ने कहा।
भूटानी के नए कामकाज पर एनसीसीटी के सचिव मोहन मिश्रा ने भारतीय सहकारिता से कहा कि कोई भी अधिकारी श्री भूटानी की तरह सहकारी का पक्षधर नहीं रहा है और उनका दुबारा नियुक्त होना हमारे लिये शुभ है।
भारतीय सहकारिता श्री भूटानी से संपर्क नहीं कर सका क्योंकि वे केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ दो दिवसीय जी-20 कृषि सम्मेलन में भाग लेने के लिए इस्तांबुल गये हुये हैं।
यह जी-20 बैठक कृषि मंत्रियों की दूसरी बैठक है। पहली बैठक फ्रांस के पेरिस में जून 2011 को आयोजित हुयी थी।
कृषि मंत्रालय ने जी-20 बैठक के बारे में कहा कि इस बैठक में वैश्विक मुद्दें जैसे खाद्य सुरक्षा, खाद्य महंगाई दर, कृषि उत्पादकता, समेत अन्य बातों पर चर्चा होगी।
जी-20 बैठक में कृषि से जुड़े तमाम महत्वपूर्ण समस्याओं से निपटने के लिए विशेष नीति पर गहराई से बहस होने की संभावना है। रूस, फ्रांस, ब्राजील, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान और तुर्की जी -20 बैठक के कुछ प्रमुख देश हैं।