आईएफएफडीसी ने शनिवार को दिल्ली स्थित इफको के मुख्यालय में अपनी 22वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया। अतिथियों का स्वागत करते हुये आईएफएफडीसी के अध्यक्ष गुरू प्रसाद त्रिपाठी ने कहा यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पहली बार इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने भाग लिया है।
इस बैठक में आईएफएफडीसी के सभी शासी परिषद के सदस्य, इफको के अधिकारी समेत विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आईएफएफडीसी के अध्यक्ष त्रिपाठी ने आईएफएफडीसी द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी और कहा कि इफको एमडी के मार्गदर्शन के साथ हम ग्रामीण भारत की तस्वीर को बदलने के हमारे लक्ष्य पर खरा उतरने में सक्षम हो रहे हैं।
डॉ यू.एस.अवस्थी ने कहा कि आईएफएफडीसी सामान्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत अच्छी तरह कार्य कर रहा है और विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं के हित में।
डॉ यू.एस.अवस्थी ने ट्वीट किया कि “आईएफएफडीसी ग्रामीण क्षेत्र में बदलाव लाने के लिये बहुत अच्छी तरह कार्य कर रहा है। हमें ग्रामीण आर्ट एंड क्राफ्ट को जीवित रखने की जरूरत है”। अवस्थी ने अन्य ट्वीट में लिखा कि हम इफको, ग्रामीण महिलाओं को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्र के विकास में निर्णायक जगह बना सकते हैं।
अवस्थी ने कहा कि मैं जानता हूं आईएफएफडीसी पेड़ों, पृथ्वी और जल को बचाने में सक्रिय है और यह पर्यावरण की रक्षा के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। अवस्थी एजीएम में कॉर्पोरेटरों के साथ बैठक से बहुत उत्साहित थे, जो उनके ट्वीट से साफ़ झलकता है, उन्होंने ट्वीट किया कि “मैं आईएफएफडीसी की एजीएम में प्रख्यात कॉर्पोरेटरों के साथ मंच साझा करने पर बेहद खुश हूं।
इफको ने 1993 में भारतीय कृषि वानिकी विकास सहकारी लिमिटेड(आईएफएफडीसी) नाम की एक अलग बहु राज्य सहकारी सोसायटी को बढ़ावा दिया था। इस संस्था का मुख्य उद्देश्य बंजर भूमि पर वृक्षारोपण करना है और प्राकृतिक संसाधन के साथ ग्रामीण गरीबों की सामाजिक आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाना है।