भारत सरकार ने बुधवार को नई दिल्ली में सॉयल हेल्थ कार्ड पर आधारित एक पोर्टल का शुभारंभ किया है। इस पोर्टल का शुभारंभ केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने राज्य कृषि मंत्री डॉ संजीव कुमार बालियान और श्री मोहनभाई कल्याणजीभाई कुंदरिया की उपस्थिति में किया।
इस योजना के अंतर्गत, सॉयल नमूनों के पंजीकरण, नमूनों के जांच परिणामों के रिकार्डिंग और उर्वरक सिफारिशों के साथ-साथ सॉयल हेल्थ कार्ड तैयार करने के लिए सॉयल हेल्थ कार्ड पोर्टल विकसित किया गया है।
इस पोर्टल का यूआरएल www.soilhealth.dac.gov.
यह समान रूप से कोड अपनाने को बढ़ावा देता है जैसे स्थान के लिए गणना कोड। प्रणाली में नमूने का पता लगाने की विशेषता है और यह किसानों को एसएमएस और ई-मेल के माध्यम से नमूना पंजीकरण और सॉयल हेल्थ कार्ड उत्पन्न करने के बारे में अलर्ट प्रदान करता है।
सॉयल हेल्थ कार्ड पोर्टल का उद्देश्य, आईसीएआर द्वारा विकसित मृदा परीक्षण- फसल अनुक्रिया (एसटीसीआर) फार्मूला या राज्य सरकारों द्वारा प्रदान की गई सामान्य उर्वरक सिफारिशों के आधार पर सॉयल हेल्थ कार्ड तैयार करना एवं इसे जारी करना है।
परीक्षण के परिणाम के आधार पर,यह प्रणाली स्वत: सिफारिश गणना करेगी। यह प्रणाली सूक्ष्म पोषक तत्वों का भी सुझाव देगी। प्रणाली में, अनुसंधान और नियोजन में भविष्य के लिए मृदा स्वास्थ्य पर एकल राष्ट्रीय डाटाबेस का निर्माण करना परिकल्पित है।
इस योजना के क्रियान्वयन के लिए 12वीं योजना के दौरान 568.54 करोड़ रू० व्यय की मंजूरी दी गई है। वर्तमान वर्ष (2015-16) के लिए 96.46 करोड़ रूपये (केंद्रीय अंश) का आवंटन किया गया है। इस योजना का क्रियान्वयन 50:50 केन्द्रीय एवं राज्य सरकारों के योगदान के आधार पर किया जाएगा।