भारतीय रिजर्व बैंक ने सहकारी बैंकों को प्रायोजक बैंक के साथ टाई-अप से एटीएम/ एटीएम-कम-डेबिट कार्ड जारी करने की अनुमति प्रदान की है।
कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ते हुए, इलेक्ट्रानिक चैनलों के माध्यम से भुगतान करना और सहकारी बैंकों को कार्ड जारी करने की अनुमति देने का निर्णय इसी सोच का परिणाम है।
आरबीआई ने कहा कि सहकारी बैंकों ने कई बार पत्र लिखकर उन्हें एटीएम की सुविधा प्रदान करने की मांग की है।
इससे पहले, नाबार्ड, डेटा का निर्माण करने के लिए फर्म नेट एपीपी के साथ जुड़ा और सहकारी बैंकों को नवीनतम कोर बैंकिंग समाधान प्रणाली के साथ जारी रखने को कहा। इससे पूरी तरह से सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में प्रौद्योगिकी परिद्रश्य बदल जाएगा और ग्रामीण इलाकों में वित्तीय समावेशन में जोर से वृद्धि होगी।
यूसीबी के मामले में नफकब के प्रयास के अतिरिक्त सारस्वत बैंक ने रिलाइंस एडीएजी के साथ टाई-अप की घोषणा की है, जिसके तहत अनिल अंबानी ग्रुप बैंक द्वारा विकसित कोर बैंकिंग समाधान की मार्केटिंग करेगा।