देश की विभिन्न सहकारी संस्थाओं में निर्वाचित महिला निदेशकों को उपनियमों, अपने कर्तव्यों, अपने बैध अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी होनी चाहिए, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव ने एनसीसीई द्वारा हाल ही में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के अवसर पर कहा।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे है। यादव ने महिला निदेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने माध्यम से अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़े जिससे कि सहकारी आंदोलन को महिलाओं की भागीदारी से और मजबूती मिल सके।
यादव ने आगे कहा कि अगर सरकार की योजनाओं को सहकारी संस्थाओं के माध्यम से संचालन किया जाए तो इस योजना का लाभ हर गरीब से गरीब व्यक्ति तक पहुंचाया जा सकता है।
एनसीयूआई की शिक्षा विंग एनसीसीई हर साल कई कार्यक्रमों का आयोजन करती है, इस साल एनसीसीई ने करीब 100 कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना बनाई हुई है, जिनमें से 20 कार्यक्रम महिलाओं के लिए निर्धारित किये गये है, डॉ दिनेश ने सूचित किया।
इस मौके पर एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी डॉ दिनेश ने अपने संबोधन भाषण में कहा कि महिलाओं को शासी परिषद की बैठकों में अपनी बात रखने का विशेषधिकार है और इसके लिए महिलाओं को उपनियमों का ज्ञान होने की बहुत आवश्यकता है।
उन्होंने आगे कहा कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में संकाय द्वारा महिलाओं को उनके मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों, उपनियमों, सहकारिता के सिद्धांतों की विस्तार जानकारी प्रदान की गई।
एनसीसीई के निदेशक वी.के.दूबे ने इस मौके पर सबको धन्यवाद दिया और विशेष रूप से एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव का।