आप भाजपा सरकार से लड़ सकते है; आप नफेड से लड़ सकते है लेकिन आप आम लोगों की राय से नहीं लड़ सकते। यह मामला केजरीवाल सरकार के साथ है जिसने नफेड से प्याज खरीदकर उसे 30 रुपए प्रति किलो की दर पर बचने का फैसला लिया है।
नफेड के निदेशक अशोक ठाकुर ने नफेड की मांग को मानने के लिए राज्य सरकार को धन्यवाद दिया। बुधवार को दिल्ली कैबिनेट की बैठक में 30 रुपए प्रति किलो की दर पर प्याज बेचने को हरी झंडी दिखा दी गई है, ठाकुर ने सूचित किया।
ठाकुर ने आगे कहा कि यह सामान्य रूप से सहकारी समितियों की जीत है और विशेष रूप से नफेड की। पाठकों को याद होगा कि अतीत में ठाकुर केजरीवाल सरकार के दोहरे रवइये के चलते मीडिया से बातचीत करने में सक्रिय नजर आए थे।
नफेड ने दिल्ली के लिए 2.5 हजार मीट्रिक टन प्याज खरीदा था और इसकी सूचना आप सरकार को दी थी। इस सिलसिले में नफेड ने पत्र लिखकर दिल्ली सरकार को सूचना दी लेकिन दिल्ली सरकार ने नफेड के पत्र का कोई जवाब नहीं दिया।
नफेड ने एक बार फिर जून में राज्य सरकार को पत्र लिखा और कहा कि वे नफेड से प्याज खरीदकर उसे 25 से 30 रुपए प्रति किलो की दर पर लोगों को महुैया कर सकता है। लेकिन फिर भी कोई जवाब नहीं मिला।
इससे पहले, ठाकुर ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया था कि वे इस प्रक्रिया में कुछ व्यापारियों की मदद करने की कोशिश कर रही है। नफेड आप सरकार को प्याज 25 रूपए किलो की दर पर देने के लिए तैयार है तब भी सरकार सुनने को राजी नहीं है, ठाकुर ने कहा।