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कांगड़ा सहकारी बैंक के लाभ में वृद्धि

दिल्ली का अग्रणी शहरी सहकारी बैंक, कांगड़ा बैंक ने पिछले सप्ताह नई दिल्ली स्थित फिक्की सभागार में आयोजित अपनी 47वीं वार्षिक आम बैठक के मौके पर भारतीय रिजर्व बैंक की हाई पावर कमैटी की सिफारिशों को सिरे से खारिज किया।

कांगड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष लक्ष्मी दास ने भारतीय सहकारिता के संवाददाता से बातचीत में कहा कि कांगड़ा बैंक की बोर्ड द्वारा आरबीआई पैनल की सिफारिशों को खारिज करने का प्रस्ताव पारित किया गया, जिसे बाद में सर्वसम्मति से प्रतिनिधियों ने पारित किया। गौरतलब है कि बैठक में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से करीब 1500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

इस मौके पर दास ने सूचित किया कि बैंक ने 2014-15 वित्त वर्ष के दौरान 10.5 करोड़ रुपये का लाभ आर्जित किया है और इस वर्ष भी बैंक के सदस्यों को 18 प्रतिशत लाभांश दिया गया है।

बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि हम बैंक की शाखाओं में बकाएदारों का नाम,  फोटो सहित प्रदर्शित कर रहे हैं। बैंक का डिपोजिट पिछले साल के मुकाबले इस साल 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

बैंक के उपाध्यक्ष शक्ति चंद शर्मा ने कहा कि बैंक को प्रौद्योगिकी उन्नति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने प्रतिनिधियों का शहरी सहकारी बैंक द्वारा शुरू की गई विभिन्न गतिविधियों के बारे में सूचित किया।

वार्षिक आम बैठक में एक प्रतिनिधि ने कहा कि बैंक के कर्मचारियों का व्यवहार ग्राहकों से साथ दोस्त जैसा होना चाहिए। उन्हें बैंक की नई योजनाओं और नीतियों को विनम्रता से समझाना चाहिए। एक प्रतिनिधि ने टीडीएस वापस लिए जाना की मांग की।

मंच पर विराजमान बैंक के सलाहकार, ए.सी.परमार, बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, संजीव धीर, सुदेश ठाकुर, निदेशक समेत अन्य लोग शामिल थे।

इस मौके पर बैंक के सम्मानित सदस्यों के बच्चों को 10 वीं कक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर 3,100 रुपए की राशि भेंट के रूप में प्रदान की गई वहीं 12 वीं कक्षा के छात्र को 5,100 रुपए की राशि प्रदान की गई।

कांगड़ा सहकारी बैंक की स्थापना 1972 में हुई थी और बैंक के वर्तमान में 40,000 सदस्य है। मौजूदा समय में बैंक की 9 शाखाएं है जिसमें से पांच शाखाओं में एटीएम की सुविधा प्रदान की गई है। बैंक अपने जमाकर्ताओं को सीबीएस, आरटीजीएस, निफ्ट जैसी अनेक सेवाएं प्रदान करता है।

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