ज्योतिंदर भाई मेहता को सहकारी क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए फ्रंटियर्स सहकारी बैंकिग पुरस्कार द्वारा विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें गोवा में आयोजित एक सहकारी समारोह के अवसर पर पुरस्कार से नवाजा गया।
मेहता राजकोट नागरिक सहकारी बैंक और गुजरात शहरी सहकारी बैंक संघ के अध्यक्ष है। मेहता भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ की शासी परिषद के सदस्य भी है।
एफसीबीए 2006 में गठित हुई थी और यह सहकारी और ग्रामीण बाजारों द्वारा नि:स्वार्थ सेवा प्रदान किये जाने पर सम्मानित करती है। वे बैंकरों, नियामकों, उद्योग संघों को भी पुरस्कारों से सम्मानित करती है, वेबसाइट के अनुसार।
पुरस्कार समारोह में विभिन्न ज्ञान प्रस्तुतियों और केस स्टडी पर पैनल चर्चा हुई। इसमे भारत के सहकारी बैंकों के अध्यक्ष, निदेशकों, सीईओ, समेत अन्य लोगों ने भाग लिया।
शहरी सहकारी बैंकों और सहकारी बैंकों देशभर में फैले हुआ है। पीएसयू और निजी बैंकों की तुलना में शहरी सहकारी बैंकों द्वारा प्रदान की गई सेवा उनसे कई गुना अधिक है।
यह क्षेत्र आरबीआई पैनल की सिफारिशों की समस्या से जुझ रहा है और मेहता इन सिफारिशों का विरोध कर रहे हैं।