विश्व

नेपाल पीएम को है सहकारी आंदोलन पर भरोसा

खड्ग प्रसाद शर्मा ओली को रविवार को नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया। नए नेपाली संविधान अपनाए जाने के बाद वे नेपाल के प्रथम प्रधानमंत्री बने।

भारतीय सहकारिता ने उनके प्रधानमंत्री बनने से पहले उनसे बातचीत की थी और सहकारी आंदोलन पर उनका विश्वास अद्भुत लगा।

के.पी.शर्मा ओली का मनाना है कि अगर गरीब देश को विकसित करना है तो हमे सहकारी मॉडल को अपनाने की अवश्यकता है। उनका लगता है कि सहकारी संस्थाओं की पहुंच समाज के आखिरी कोने तक है।

भारतीय सहकारिता से बातचीत में ओली ने कहा कि अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए तीन तरीके हैं, पहला सरकार की पहल, दूसरी निजी उद्यमों द्वारा और तीसरा सहकारी विधि द्वारा।

हमारी सरकार सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण उपकरण अपनाकर देश को विकसित करेगी, ओली ने कहा।

इससे पहले ओली ने देखा कि कैसे सहकारी संस्थाओं ने नेपाल के भूकंप पीड़ितों की मदद की थी। आईसीए से लेकर इफको ने सहायता प्रदान की थी। जबकि आईसीए के क्षेत्रीय निदेशक बालू अय्यर ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में आपात बैठक बुलाकर भूकंप पीड़ितों को राहत सामग्री से भरे एक ट्रक को रवाना किया था।

नेपाल राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री केशव प्रसाद बादल जो ओली की पार्टी के भी सदस्य है। भूकंप पीडितों के लिए सहकारी संस्थाओं द्वारा की गई अद्भूत सहयाता से अभिभूत थे।

ओली ने बादल की प्रशंसा की जिन्होंने नेपाल में अप्रैल में आए भूकंप में अपने अद्भुत अंतराष्ट्रीय सहकारी कनेक्शन पर गर्व महसूस किया।

नेपाल में 320 जिला सहकारी इकाइयां है और 18 केंद्रीय सहकारी संघ है। देश-भर में 31,000 प्राथमिक सहकारी संस्थाएं है।

तमाम कॉर्पोरेटर को लगता है नेपाल में ओली और बादल जैसे नेताओं का होना सहकारी क्षेत्र के लिए शुभ संकेत है।

 

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close