जैसा कि मैं एक किसान परिवार से ताल्लुकात रखता हूं, मैं उनके दर्द को समझ सकता हूं, कैसे किसान मेहनत से अपनी भूमि पर खेती करता है लेकिन कोई भी सरकार उनकी समस्याओं के बारे में जागरूक नहीं है। हम यहां लाभ कमाने के लिए नहीं हैं, किसानों की सेवा के लिए हैं, नैनीताल जिला सहकारी बैंक वक्त-वक्त पर किसानों की मदद करता रहता है, बैंक के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा।
नैनीताल जिला सहकारी बैंक 50,000 रुपये पर 5 प्रतिशत और 50,000 से 3 लाख रुपये पर 5.5 प्रतिशत दर पर किसानों को कृषि ऋण प्रदान करता है।
नेगी ने कहा कि सहकारी क्षेत्र ग्रामीण भारत की तस्वीर बदलने का काम कर रहा है और सरकारों की इन क्षेत्रों में पहुंच नहीं है। हमारी पहली प्राथमिकता किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाना है, उन्होंने कहा।
एनडीसीबी वक्त-वक्त पर प्राकृतिक आपदा के समय में योगदान देता है और बैंक ने नेपाल में आए भूकंप पीड़ितों के लिए 1 लाख रुपये का योगदान दिया था।
बैंक ने पैक्स विकास सोसाइटी सेल का गठन किया है, जिसका उद्देश्य सहकारी समितियों को वित्तीय सहायता प्रदान, प्रशिक्षत कार्यक्रमों जैसे अनेक सेवाएं उपलब्ध कराके उन्हें मजबूत बनाना है।
इस सेल के लिए बैंक ने 80 लाख रुपये आवंटित किया है, नैनीताल जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ने कहा। राजेन्द्र सिंह नेगी जो भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के बोर्ड में भी है, ने हाल ही मैं भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा।
नेगी ने कहा कि हमारे बैंक को आरबीआई ने कभी दंडित नहीं किया और हम बैंक के निदेशकों को ऋण नहीं देते क्योंकि यह आरबीआई के नियमों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि सरकार को सहकारी बैंकों पर आयकर छूट देनी चाहिए।
बैंक की स्थापना 1904 में हुई थी और बैंक के संस्थापक स्वर्गीय श्री नरायण सिंह नेगी थे। बैंक ने 2014-15 वित्त वर्ष के दौरान 6 करोड़ रुपये का लाभ आर्जित किया था और मौजूदा समय में बैंक की नैनीताल जिले में 30 शाखाएं है।
बैंक में सीबीएस, आरटीजीएस, निफ्ट और एटीएम जैसी अनेक सुविधा ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। हम अपने सदस्य सोसाइटियों को 20 प्रतिशत लाभांश प्रदान करते है, नेगी ने सूचित किया।
नेगी ने गर्व से कहा कि बैंक को नाबर्ड द्वारा कई बार बैस्ट प्रदर्शन पुरस्कार से नवाजा गया है।