देश में बहुत कम सहकारी समितियां हैं, जो राज्य सरकारों द्वारा प्रदान आर्थिक सहायता के बिना अपना कार्य करती है, ऐसी ही एक संस्था उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ (यूसीएफ) है।
उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ (यूसीएफ) के अध्यक्ष और उत्तराखंड के दिग्गज सहकारी नेता प्रमोद ठाकुर ने भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा कि यूसीएफ का गठन जुलाई 2002 में 12,000 रुपये की शेयर पूंजी के साथ हुया था और संस्था ने 2014-2015 वित्त वर्ष के दौरान 11 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया। हम अपने सदस्य सोसाटियों को प्रतिवर्ष 20 प्रतिशत लभांश प्रदान कर रहे हैं।
यूसीएफ भारत के कई सरकारी अस्पतालों में अपनी इकाइयों जैसे अल्मोड़ा के रानीखेत स्थित सहकारी दवा फैक्टरी और हल्द्वानी के हलदुचौर स्थित उत्तराखंड चिकित्सा एवं फार्मास्यूटिकल्स के माध्यम से आयुर्वेदिक दवाईयां उपलब्ध करवा रही है और हम जल्द देहरादून और हरिद्वार में आयुर्वेदिक इकाइयों का शुभारंभ करेंगे, प्रमोद ने कहा।
यूसीएफ के अध्यक्ष प्रमोद ने राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत की प्रशंसा करते हुए कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री सहकारी आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं, जब भी हमें उनके समर्थन की जरूरत होती है वे कभी हमें निराश नहीं करते, प्रमोद ने कहा।
प्रमोद ने किसानों की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको को यूसीएफ को हर साल 6 करोड़ रुपये लाभांश के तौर पर देने के लिए धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि श्री ठाकुर इफको की बोर्ड में है।
उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ राज्य की पैक्स सोसाइटों के माध्यम से किसानों को उर्वरक, बीज, कीटनाशक समेत अन्य उत्पाद मुहैया करवा रही है, ठाकुर ने भारतीय सहकारिता के संवाददता को बताया।
यूसीएफ आईसीआईसी बीमा इंशोरेंस कंपनी और इफको-टोकियो के माध्यम से किसानों को बीमा की सेवा प्रदान कर रही है। सिंह ने आग्रह किया कि सरकार को सहकारी क्षेत्र को सुरक्षा देनी चाहिए।
प्रमोद ने कहा कि उत्तराखंड की कुल आबादी 85 लाख है और केवल 8 लाख लोग ही सहकारी क्षेत्र से जुड़े हुए है, राज्य में सहकारी क्षेत्र के विस्तार की असीम संभावनाएं है।