महाराष्ट्र सरकार का ताजा सर्वेक्षण राष्ट्रीय स्तर के सहकारी समितियों पर तत्काल कार्रवाई की ओर इशारा है। महाराष्ट्र सरकार ने सर्वेक्षण में पाया कि नासिक जिले की लगभग 50 प्रतिशत सहकारी समितियां मृत हैं।
एनसीयूआई बार-बार इसका दावा करती रही है कि देश में 6 लाख मजबूत सहकारी समितियां है लेकिन नासिक सर्वेक्षण के बाद उसे अपनी इस राय को संशोधित करने की आवश्यकता है। सहकारी संस्थाओं की शीर्ष संस्था एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव और डॉ दिनेश ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहकारी सम्मेलनों में इस संख्या को दोहराया है।
महाराष्ट्र सरकार ने इन समितियों को रद्द करना शुरू कर दिया है, जिनका अस्तितव सिर्फ कागजों में है। इस साल के अंत तक सरकार ऐसी समितियों को खत्म करेगी, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार।
नासिक भर में कुल 10,686 सहकारी समितियां हैं, जिनमें से 5,263 संस्थाएं मृत पाई गई है। यह मामला हाल ही में राज्य सरकार के सहकारिता विभाग द्वारा किए गए सर्वेक्षण के बाद प्रकाश में आया था।
वर्तमान में 10,686 सहकारी समितियां हैं जो राज्य सरकार के सहकारिता विभाग द्वारा पंजीकृत हैं।
सहकारिता विभाग ने सहकारी समितियों के सर्वेक्षण के लिए 170 अधिकारियों की एक टीम का गठन किया था।